उन्होंने कहा एम्डीसीएल ने जो आईएनएस विशाखापट्नम बनाया है आज वह कमीशन हो रहा है। इसलिए अब इसमें कोई संदेह नहीं रह जाता , कि आने वाले समय में हम न केवल अपनी जरूरतों के लिए,बल्कि दुनिया हर की ज़रूरतों के लिए भी जहाज निर्माण करेंगे। उन्होंने कहा आज कमीशन होने वाला आईएनएस विशाखापट्नम अना नाम सार्थक करते हुआ हमारी समुद्री सुरक्षा को और मजबूत करेगा ऐसा मेरा विश्वास है।
बता दे कि आईएनएस विशाखापट्नम की लम्बाई 163 मीटर है। यह जहाज कोलकाता क्लास डेस्ट्रॉयर्स का तकनीकी उन्नयन है और यह आधुनिक्तम तकनीकों से युक्त है। यह आईएनएस सतह से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल, मध्यम और छोटी दूरी की बंदूकें, पनडुब्बी रोधी रॉकेट और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और संचार प्रणालियों सहित घातक हथियारों और सेंसर से लैस है।
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