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पुलिस अधीक्षक ने उठाई गिरोह से बचने आमजनों से की अपील

 



अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट


जांजगीर चांपा - जिले के तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल एक ओर जहां जिले में अपराधों की कमी को लेकर सतत प्रयत्नशील हैं। वहीं दूसरी ओर वे जिलेवासियों को भी समय - समय पर घटित होने वाली अनहोनी घटनाओं से सचेत करने में पीछे नहीं रहते हैं। अभी धान खरीदी सीजन प्रारंभ हो चुका है ,  इस दौरान ग्रामीण और किसान भाई बड़ी संख्या में बैंकों में अपने साल भर की मेहनत की रकम आहरित करने जाते है। इसी मौके का फायदा उठाकर कुछ उठाईगिर सक्रिय होकर उनकी साल भर की गाढ़ी कमाई को चोरी कर लेते हैं , साथ ही साईबर फ्राड भी बैंको से पैसों को ठगीकर निकाल लेते हैं। इनसे बचने हेतु जांजगीर चांपा पुलिस अधीक्षक ने छोटे-छोटे सुझाव बताते हुये कहा है कि अगर सभी ग्रामीण एवं किसान भाई इन बातों पर ध्यान देंगे तो काफी बचत भी हो सकती है और उनका रकम सुरक्षित रहेगा। पुलिस अधीक्षक ने अपील की है कि जब कभी भी आप को बैंक से रुपये का आहरण करना हो या बैंक से टोकन प्राप्त करना हो , तो उसकी जानकारी अपने तक ही रखें। इसे किसी भी अवस्था में लोगो के बीच चर्चा ना करें और किसी अन्य को भी ना बतायें चाहे वह आपका कितना भी विश्वासपात्र हो। बैंक का आहरण पत्र भरने के उपरांत उसे सीधे बैंक काउंटर में जमा कर दें  और अपनी बारी का इंतजार करें। बैंक से आते वक्त या बैंक जाते वक्त किसी अजनबी को गाड़ी में लिफ्ट ना देवें। बैंक से नगदी प्राप्त होने के उपरांत बैंक के अंदर ही रकम को गिनें तथा यह सुनिश्चित करें कि रकम सही और पूर्ण है। किसी भी अवस्था में बैंक से बाहर निकल कर खुले में अकेले रकम को ना गिनें , यह कृत्य उठाई गिरोह को उठाई करने के लिये खुला आमंत्रण होता है। बैंक से पैसा आहरण करने के बाद सीधे अपने गंतव्य स्थल या घर जायें। पैसा आहरण करके होटल में खाना खाने ,  चाय पीने या खरीददारी के दौरान ही ज्यादातर घटनायें होती है। आप जब भी बैंक जाये अपने साथ किसी साथी को जरूर रखे। बैंक में आहरण पत्र का फार्म स्वयं भरें या अपने बैंक मैनेजर या अन्य बैंक कर्मी से भरवायें। किसी भी अवस्था में किसी अजनबी से नहीं भरवायें। बैंक के बाहर आप अपनी गाड़ी को खड़ा करते समय यह देख लें कि आपके आसपास कोई संदिग्ध या अजनबी व्यक्ति तो नहीं है। यदि कोई ऐसा है तो तत्काल कंट्रोल रूम जांजगीर 9479193199 अथवा 112 पर सूचित करें। बैंक से नगदी आहरण करने के बाद उसे वाहन के डिक्की में ना रखें , डिक्की का ताला बहुत आसानी से टूट जाता है और ज्यादातर घटनायें डिक्की का ताला तोड़कर ही होती है। कुछ गिरोह किसान भाईयों के कपड़ों में गंदगी फेंककर , गाड़ी के सामने खुले नोट दिख रहा कह कर या गाड़ी के चक्के में रस्सी डालकर ध्यान भंग करने की कोशिश करते हैं और इसी दौरान बैंक से निकाला वह पैसा लेकर भाग जाते हैं। यह झांसा बहुत आम है इससे बचकर रहें। किसान भाई आजकल साइबर फ्राड के भी शिकार हो रहे हैं लोकालुभावन वादे करके किसानों के पैसे हाथों के हाथों से निकालकर ठगी कर लेते हैं। इसके लिये वे अकाउंट नंबर , पैन नंबर , ओटीपी नंबर मांगते हैं और पूरा खाता साफ कर देते हैं। कृपया इस तरह के झांसे में बिल्कुल ना आयें , कोई भी बैंक या कोई भी संस्था आपको फोन करके इस तरह की डिटेल नहीं मांगती है। अत: साइबर फ्राड से सावधान रहे एवं सुरक्षित रहें।

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